देहरादून। Uttarakhand Startups: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में स्टार्टअप संस्कृति को नया आयाम देने का संकल्प लिया है। ‘मुख्य सेवक संवाद’ कार्यक्रम के तहत आयोजित ‘स्टार्टअप संवाद’ में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के युवाओं से आह्वान किया कि वे नौकरी मांगने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले बनें और नवाचार के माध्यम से राज्य और देश के विकास में योगदान दें।
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर ‘उन्नत उत्तराखंड’ पुस्तिका का विमोचन करते हुए कहा कि अगले पांच वर्षों में प्रत्येक जिले में एक इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना कर राज्य में 1000 नए स्टार्टअप्स तैयार किए जाएंगे। इसके लिए राज्य सरकार ने 200 करोड़ रुपये का उत्तराखंड वेंचर फंड भी स्थापित किया है, जो स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता, तकनीकी मार्गदर्शन और बुनियादी ढांचे का सहयोग प्रदान करेगा।

Uttarakhand Startups नीति 2023 के तहत नवोदित उद्यमियों को सीड फंडिंग के रूप में 15 लाख रुपये तक का अनुदान तथा शुरुआती चरण में 22 हजार रुपये प्रतिमाह तक का भत्ता भी उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टार्टअप्स में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी भी उत्साहजनक है — राज्य के 1300 से अधिक स्टार्टअप्स में से लगभग 50% स्टार्टअप्स महिलाओं द्वारा शुरू किए गए हैं।
युवाओं में दिख रही नवाचार की लहर
कार्यक्रम में प्रदेशभर से आए स्टार्टअप्स के प्रतिनिधियों ने अपने विचार साझा किए। डिज़ाइन स्टूडियो की संस्थापक श्रद्धा नेगी ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देते हुए वे उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच तक पहुंचाने का प्रयास कर रही हैं। वहीं, पलक्स मोटर्स के विकास शाह ने हिमालयी क्षेत्रों के लिए उच्च प्रदर्शन वाली इलेक्ट्रिक बाइक विकसित करने का अनुभव साझा किया और सरकार से नवाचारों के लिए सब्सिडी का प्रावधान करने की मांग रखी।
हिमग्रेस ऑर्गेनिक्स की बबीता सिंह ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए विशेष सहायता देने का सुझाव दिया, जबकि एग्रीजॉय एलएलपी के चंद्रमणि कुमार ने संरक्षित खेती के माध्यम से कृषि व्यवसाय की शुरुआत करने और कोल्ड स्टोरेज की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध कराने की मांग उठाई।
रनवे-यूपीईएस से स्वरलीन कौर ने उत्तराखंड वेंचर फंड की सराहना करते हुए निजी इनक्यूबेटरों को भी सरकारी पहलों में सम्मिलित करने का सुझाव दिया।
नवाचार से रिवर्स माइग्रेशन को भी मिलेगा बल
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य में स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने से रिवर्स माइग्रेशन (पलायन से वापसी) को भी बल मिल रहा है। अब कई युवा, जो कभी रोजगार के लिए मेट्रो शहरों या विदेशों का रुख करते थे, वे अब अपने प्रदेश लौटकर नवाचार और उद्यमिता के जरिए विकास में योगदान दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि देहरादून के आईटी पार्क में 60 करोड़ रुपये की लागत से उत्तराखंड इनोवेशन हब (U-Hub) की स्थापना की जा रही है, जो राज्य के सभी इन्क्यूबेशन सेंटर्स का नोडल केंद्र होगा। इससे प्रदेश के नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को और मजबूती मिलेगी।
प्रधानमंत्री के संदेश का भी किया जिक्र
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम में दिए गए संदेश का भी उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने हालिया पहलगाम आतंकी हमले पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए देशवासियों से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रहने का आह्वान किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने न केवल स्टार्टअप क्षेत्र में बल्कि हर मोर्चे पर वैश्विक स्तर पर नई पहचान बनाई है।

