रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड), 26 जून: उत्तराखंड के Rudraprayag जनपद में गुरुवार सुबह एक गंभीर सड़क हादसा सामने आया, जहां चारधाम यात्रा पर निकली एक 18-सीटर टेम्पो ट्रैवलर अनियंत्रित होकर अलकनंदा नदी में जा गिरी। हादसे में एक यात्री की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सात लोग घायल हुए हैं। अब तक दस से अधिक यात्रियों के लापता होने की सूचना है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह दुर्घटना रुद्रप्रयाग के घोलथिर क्षेत्र में उस समय घटी जब वाहन बद्रीनाथ की ओर जा रहा था। बताया जा रहा है कि सड़क की चढ़ाई के दौरान ड्राइवर ने वाहन पर नियंत्रण खो दिया, जिससे यह खतरनाक मोड़ पर सीधे नदी में जा गिरा। दुर्घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF), और जिला प्रशासन की टीमें त्वरित गति से मौके पर पहुंचीं और राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया।
स्थानीय लोगों ने दिखाई तत्परता
हादसे के तुरन्त बाद आसपास के ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए घायल यात्रियों को बचाने के लिए मानव श्रृंखला बनाई। कुछ यात्री दुर्घटना के क्षणों में वाहन से कूदने में सफल रहे, जिन्हें SDRF और स्थानीय प्रशासन ने अस्पताल में भर्ती कराया है। घायलों का उपचार रुद्रप्रयाग जिला अस्पताल में जारी है।
मुख्यमंत्री धामी ने दिए त्वरित राहत के निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि “यह दुर्घटना अत्यंत दुखद है। सभी प्रभावितों के लिए हमारी संवेदनाएं हैं। SDRF व अन्य एजेंसियों को राहत कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए गए हैं। मैं स्वयं जिला प्रशासन के संपर्क में हूं और स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा हूं।”
जांच के आदेश, हेल्पलाइन नंबर जारी
प्रशासन ने दुर्घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। प्रारंभिक जांच में वाहन के अनियंत्रित होने और सड़क की फिसलन को संभावित कारण बताया गया है। यात्रियों की पहचान और परिजनों से संपर्क के लिए प्रशासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर 01364‑233900 जारी किया गया है।
पहाड़ी सड़कों की सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
यह घटना एक बार फिर उत्तराखंड की पर्वतीय सड़कों की खतरनाक स्थिति को उजागर करती है। चारधाम यात्रा के दौरान इस मार्ग पर वाहनों की अधिक आवाजाही के चलते पूर्व में भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन क्षेत्रों में सड़क चौड़ीकरण, संकेत व्यवस्था और ड्राइवरों की ट्रेनिंग पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
स्थिति अब भी गंभीर, रेस्क्यू जारी
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार नदी की जलधारा तेज होने के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में कठिनाई आ रही है। SDRF की टीमें लापता यात्रियों की खोजबीन में लगी हैं और नदी में सर्च ऑपरेशन के लिए गोताखोरों की भी सहायता ली जा रही है। एक हेलीकॉप्टर को भी स्टैंडबाय में रखा गया है।
अलकनंदा नदी में गिरी इस टेम्पो ट्रैवलर की घटना ने न केवल कई परिवारों को गहरे दुख में डुबो दिया है, बल्कि एक बार फिर राज्य की आपदा प्रबंधन तैयारियों और सड़क सुरक्षा पर भी गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। प्रशासन की प्राथमिकता फिलहाल लापता यात्रियों को खोजने और घायलों को सुरक्षित उपचार दिलाने पर केंद्रित है।