
Operation Sindoor: जानिए भारत की बड़ी जवाबी कार्रवाई का पूरा विवरण
मुख्य हाइलाइट्स
- 7 मई की रात 1:05 से 1:30 बजे तक चला ऑपरेशन ‘सिंदूर’
- भारतीय सेना और वायुसेना की संयुक्त कार्रवाई
- 9 आतंकी शिविरों पर 24 मिसाइल हमले
- 70 आतंकवादी मारे गए, 60 से ज्यादा घायल
- कोई नागरिक या सैन्य ठिकाना नहीं था निशाना
- एयर इंडिया, इंडिगो, स्पाइसजेट और अकासा ने उड़ानें रद्द कीं
ऑपरेशन सिंदूर: क्यों और कैसे?
Operation Sindoor: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों पर तय की गई थी। इसी के जवाब में भारत सरकार ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सैन्य कार्रवाई की।
Contents
Operation Sindoor: जानिए भारत की बड़ी जवाबी कार्रवाई का पूरा विवरणमुख्य हाइलाइट्सऑपरेशन सिंदूर: क्यों और कैसे?ऑपरेशन की रणनीति और क्रियान्वयननष्ट किए गए आतंकी ठिकानों की सूचीपाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में:पाकिस्तान के भीतर:ऑपरेशन का प्रभावएविएशन पर असर: उड़ानें रद्दरद्द की गई एयरलाइनों की सूची:सरकारी बयानभारत की निर्णायक कार्रवाई
ऑपरेशन की रणनीति और क्रियान्वयन
- समयावधि: 7 मई को सुबह 1:05 बजे से 1:30 बजे तक
- संयुक्त ऑपरेशन: भारतीय सेना और वायुसेना द्वारा
- हमले के साधन: सैटेलाइट-निर्देशित बम, लेज़र-गाइडेड मिसाइलें, ग्राउंड व एयर लॉन्च प्लेटफॉर्म
- सटीकता: ड्रोन और UAV से लाइव निगरानी
- कोई नागरिक या सैन्य ठिकाना निशाने पर नहीं था
नष्ट किए गए आतंकी ठिकानों की सूची
पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में:
- सवाई नाला कैंप (मुझफ्फराबाद): लश्कर-ए-तैयबा का ट्रेनिंग सेंटर – कई हमलावर यहीं से प्रशिक्षित।
- सैयदना बिलाल कैंप (मुझफ्फराबाद): जैश-ए-मोहम्मद का स्टेजिंग और हथियार ट्रेनिंग सेंटर।
- गुलपुर कैंप (कोटली): राजौरी और पुंछ में सक्रिय लश्कर आतंकियों का अड्डा।
- अब्बास कैंप (कोटली): आत्मघाती हमलावरों को प्रशिक्षित करने की सुविधा – 15 आतंकी एक साथ प्रशिक्षित।
- बरनाला कैंप (भीमबर): जंगल वारफेयर और हथियार प्रशिक्षण केंद्र।
पाकिस्तान के भीतर:
- सरजल कैंप (सियालकोट): मार्च 2025 में J&K पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले आतंकी यहीं प्रशिक्षित।
- मेहमूना जोया कैंप (सियालकोट): पठानकोट एयरबेस हमला यहीं से संचालित हुआ।
- मरकज़ तैय्यबा (मुरीदके): 26/11 मुंबई हमलों के आतंकियों (अजमल कसाब, डेविड हेडली) का प्रशिक्षण स्थल।
- मरकज़ सुब्हानअल्लाह (बहावलपुर): जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय – भर्ती, ब्रेनवॉशिंग और प्रशिक्षण केंद्र।
ऑपरेशन का प्रभाव
- आतंकियों की मौत: 70 से अधिक आतंकवादी मारे गए
- घायल: 60 से ज्यादा घायल
- ढांचा: कई लॉन्चपैड, ट्रेनिंग सेंटर्स, हथियार डिपो पूरी तरह नष्ट
- संभावित हमलों को रोका: भारत की खुफिया एजेंसियों ने आने वाले आतंकी हमलों की जानकारी दी थी – यह ऑपरेशन उसी को रोकने की दिशा में उठाया गया कदम था।
एविएशन पर असर: उड़ानें रद्द
एयरपोर्ट बंद होने के कारण कई उड़ानें 10 मई तक रद्द की गईं।
रद्द की गई एयरलाइनों की सूची:
- एयर इंडिया: जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़, राजकोट
- इंडिगो: जम्मू, श्रीनगर, अमृतसर, लेह, चंडीगढ़, धर्मशाला, बीकानेर, जोधपुर, ग्वालियर, किशनगढ़, राजकोट
- स्पाइसजेट: लेह, श्रीनगर, जम्मू, कांगड़ा, कांडला, अमृतसर
- अकासा एयर: केवल श्रीनगर के लिए उड़ानें रद्द
यात्री सुविधाएं: सभी एयरलाइनों ने फुल रिफंड या फ्री रि-शेड्यूलिंग की सुविधा दी है।
सरकारी बयान
- विदेश सचिव विक्रम मिस्री: यह कार्रवाई भारत की आत्मरक्षा का संवैधानिक अधिकार था।
- कर्नल सोफिया कुरैशी: “पाकिस्तान दशकों से आतंकी ढांचा बना रहा है। यह ऑपरेशन उसे खत्म करने के लिए था।”
- विंग कमांडर व्योमिका सिंह: “हम किसी भी पाकिस्तानी दुस्साहस का जवाब देने को तैयार हैं।”
भारत की निर्णायक कार्रवाई
भारत ने साफ कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरतेगा। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल जवाब नहीं, एक स्पष्ट संदेश है कि यदि आतंक की फैक्ट्री पाकिस्तान में चलती रही, तो भारत हर बार निर्णायक और सटीक प्रतिक्रिया देगा।